सम्पादकीय
20-04-2025 Posted by: सम्पादक (पिघलता हिमालय)
कोई एक विशेष स्थान पवित्र नहीं, पूरा राज्य ही देवभूमि : हाईकोर्ट
हाईकोर्ट नैनीताल रिषिकेश नगर निगम सीमा के समीप व सीमा से बाहर शराब के छह डिपार्टमेंटल स्टोर का नवीनीकरण निरस्त करने को चुनौती देती याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि यह विडम्बना है कि केवल एक विशेष स्थान को ‘पवित्र स्थान’ कहा जा रहा है, जबकि पूरा राज्य ही देवभूमि कहलाता है। प्रथम दृष्टया यह लापरवाही और सत्ता के दुरुपयोग की पराकाष्ठा है इसलिए आबकारी आयुक्त एक सप्ताह के भीतर पाँच लाख रुपये जमा करें। कोर्ट ने आयुक्त को आदेवन के नवीनीकरण की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा कि यदि छह दुकानों को शराब बेचने की अनुमति दी जाती है तो इससे शहर की पवित्रता प्रभावित होगी लेकिन बार व रेस्टोरेंट में शराब बेचने से पवित्रा शहर ...
आगे पढेंहल्द्वानी शहर आने वाले समय में इसका पूरा हुलिया बदल
20-04-2025 Posted by: सम्पादक (पिघलता हिमालय)
हल्द्वानी शहर में सड़क चौड़ीकरण समेत जिस प्रकार के बदलावा होते जा रहे हैं वह आने वाले समय में इसका पूरा हुलिया बदल होगा। नाम बदलने की परम्परा शुरू होते ही शहर की सड़क, चौराहों का नामकरण होने लगा है। और यह बड़ा सत्य है कि जब जिसके पास ताकत होती है वह नाम अपने हिसाब से करता है। हल्द्वानी जो हल्दू के जंगल से नाम पाया है और इसके आसपास मोटाहल्दू, हल्दू चौड़, काठगोदाम जैसे नाम हैं। व्यापारिक केन्द्र के रूप में मंगल पड़ाव, पैठ पड़ाव। राजपुरा धोबीघाट, बेलपोखरा जैसे नामों के अलावा पीपलटोला जिसे बाद में पटेल चौक कहा जाने लगा। मुखानी, पीलीकोठी, लामाचौड़, शीशमहल.....यानी हर नाम के पीछे कोई पकड़ रही है। ;हल्द्वानी के बारे में विस्तृत जानकारी के लिये स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती की कृति स्मृतियों के झरोखे से पुस्तक देखेंद्ध नगर से महानगर बनते हल्द्वानी में सैकड़ों मोहल्ले पनप चुकें हैं, जिनके बारे में अध्किंश को नहीं पता है। कई गलियों का नाम अभी रखा जा रहा है और रखा जाना है। फैलते जा रहे शहर में जो मुख्य शहर है इसके नामों पर ही लगातार बदलाव होने ल ...
आगे पढेंपुरानी पेंशन की मांग को लेकर विभिन्न कर्मचारी, शिक्षक संगठनों ने जबर्दस्त प्रदर्शन
20-04-2025 Posted by: सम्पादक (पिघलता हिमालय)
गैरसैंण/देहरादून। पुरानी पेंशन की मांग को लेकर विभिन्न कर्मचारी, शिक्षक संगठनों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए सरकार को चेताया है। कहा है यदि मांगों पर अमल नहीं हुआ तो एक मई को दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा। कर्मचारियों का कहना है कि सांसद, विधायकों की पेंशन बढ़ रही है जबकि कार्मिकों को उनका हक देने पर बोझ माना जा रहा है। आन्दोलन के लिये तमाम संगठनां के बीच सम्वाद और बैठकों का दौर जारी है। इससे पहले गैरसैंण में ब ...
आगे पढें